करुं मां प्यार तुम्हें हमेशा मेरा चरित्र हो तुम जैसा । करुं मां प्यार तुम्हें हमेशा मेरा चरित्र हो तुम जैसा ।
माँ ओ मेरी माँ तूने कितने प्यार और ममता से पाला है। माँ ओ मेरी माँ तूने कितने प्यार और ममता से पाला है।
आज एक चेहरा दिखा जाना पहचाना कई वर्षों बाद। आज एक चेहरा दिखा जाना पहचाना कई वर्षों बाद।
आज उन सभी शिक्षकों को प्रणाम करते हैं उन्हें कोटि-कोटि धन्यवाद करते हैं। आज उन सभी शिक्षकों को प्रणाम करते हैं उन्हें कोटि-कोटि धन्यवाद करते हैं।
इसलिए इंतज़ार कर रही हूँ ताकि पहल आपसे हो जाए...! इसलिए इंतज़ार कर रही हूँ ताकि पहल आपसे हो जाए...!
वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका! वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका!